बृहस्पति ग्रह की प्रत्येक राशि के अनुसार महत्वता
ज्योतिष में, गुरु ग्रह को समृद्धि, विद्या, धर्म, नैतिकता, शिक्षा, बुद्धि, ब्रह्माण्डिक ज्ञान, धर्मसंस्थापना, गुरुत्व, उद्धारण, दान, उच्च विचारधारा, संस्कृति, समाज, जीवन के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक माना जाता है। गुरु का ग्रहण हर किसी के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह जीवन के अनेक क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
आइए, प्रत्येक राशि के लिए गुरु के प्रभाव को देखते हैं:
मेष (Aries): गुरु आपके 9वें भाव में हैं, जो आपके भाग्य और धार्मिक यात्रा के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए उत्कृष्ट विद्या या धर्मिक क्षेत्र में अध्ययन के लिए उपयुक्त हो सकता है।
वृष (Taurus): गुरु आपके राशि में हैं, जो आपके व्यक्तिगत और आर्थिक जीवन में शुभ प्रभाव डाल सकता है। यह समय आपके लिए वित्तीय स्थिति में सुधार और नई संभावनाओं का समय हो सकता है।
मिथुन (Gemini): गुरु आपके 12वें भाव में हैं, जो आपके विचारों और आत्मा के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए आंतरिक विकास और आत्मा की शांति का समय हो सकता है।
कर्क (Cancer): गुरु आपके 11वें भाव में हैं, जो सामाजिक संबंधों और समृद्धि के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए समृद्धि और समाज में सम्मान का समय हो सकता है।
सिंह (Leo): गुरु आपके 10वें भाव में हैं, जो करियर और पेशेवर उत्थान के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए पेशेवर उत्थान और सफलता का समय हो सकता है।
कन्या (Virgo): गुरु आपके 9वें भाव में हैं, जो यात्रा, शिक्षा, और धर्म संबंधी क्षेत्रों में शुभ है। यह समय आपके लिए विद्या या धर्म संबंधी क्षेत्र में उत्कृष्ट हो सकता है।
तुला (Libra): गुरु आपके 8वें भाव में हैं, जो लाभ और रहस्यों के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए आर्थिक लाभ और रहस्यों का समय हो सकता है।
वृश्चिक (Scorpio): गुरु आपके 7वें भाव में हैं, जो सामाजिक संबंधों और साझेदारी के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए सामाजिक संबंधों में सुधार और साझेदारी का समय हो सकता है।
धनु (Sagittarius): गुरु आपके राशि में हैं, जो आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में शुभ प्रभाव डाल सकता है। यह समय आपके लिए सफलता और समृद्धि का समय हो सकता है।
मकर (Capricorn): गुरु आपके 6वें भाव में हैं, जो सेवा, रोग निवारण, और संबंधित क्षेत्रों में शुभ है। यह समय आपके लिए सेवा और स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्रों में सुधार का समय हो सकता है।
कुंभ (Aquarius): गुरु आपके 5वें भाव में हैं, जो शिक्षा, संतान, और रोमांस के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए शिक्षा या संतान संबंधी क्षेत्र में सुधार का समय हो सकता है।
मीन (Pisces): गुरु आपके 4वें भाव में हैं, जो घर, परिवार, और सम्बंधों के संबंध में शुभ है। यह समय आपके लिए घरेलू सुख और संबंधों में सुधार का समय हो सकता है।
गुरु गृह का उपाय करने के लिए राशि अनुसार कुछ सामान्य उपाय निम्नलिखित हैं:
- मेष राशि (Aries):
♦ पीले रंग के कपड़े पहनें और जैसी भी संभावना हो, धारण करें।
♦ पीली दाल और चने का दान करें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:” का जाप करें।
- वृष राशि (Taurus):
♦ ग्रीन कलर के कपड़े पहनें।
♦ प्रात:काल में तुलसी के पत्ते चबाएं या तुलसी का पूजन करें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- मिथुन राशि (Gemini):
♦ योग्य स्थान पर पीले रंग के फूल चढ़ाएं।
♦ सरसों का तेल और घी की दीपक जलाएं।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- कर्क राशि (Cancer):
♦ सफेद या सोने के रंग के कपड़े पहनें।
♦ गुरुवार के दिन दान दें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- सिंह राशि (Leo):
♦ नारंगी रंग के कपड़े पहनें।
♦ गुरुवार को आंशिक व्रत रखें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- कन्या राशि (Virgo):
♦ हरा रंग पसंद करें और धारण करें।
♦ गुरुवार के दिन बर्फ के फूलों का दान करें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- तुला राशि (Libra):
♦ गुलाबी या भूरे रंग के कपड़े पहनें।
♦ गुरुवार के दिन धूप और दीपक जलाएं।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- वृश्चिक राशि (Scorpio):
♦ लाल रंग के कपड़े पहनें।
♦ गुरुवार के दिन केसर, चना दान करें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- धनु राशि (Sagittarius):
♦ नीला रंग पसंद करें और धारण करें।
♦ गुरुवार के दिन पीले फूल चढ़ाएं।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- मकर राशि (Capricorn):
♦ काले या बूटी रंग के कपड़े पहनें।
♦ गुरुवार के दिन दान करें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- कुंभ राशि (Aquarius):
♦ नीला रंग पसंद करें और धारण करें।
♦ गुरुवार के दिन धूप और दीपक जलाएं।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
- मीन राशि (Pisces):
♦ पीला रंग पसंद करें और धारण करें।
♦ गुरुवार के दिन दान दें।
♦ गुरु मंत्र “ऊं ग्रीं ग्रां गुरवे नम:” का जाप करें।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह की कोई विशेष कमजोरी है तो उसे इन उपायों को करने का विशेष महत्व है। ध्यान दें कि ये सामान्य सुझाव हैं और उनका प्रभाव व्यक्ति के कुंडली की समीक्षा के आधार पर भी बदल सकता है।
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agar janm kundali me guru 12ve bhav me ho Rahu aur Mangal ke saath to kya Guru ko bali karna chahiye? kanya lagn ki kundali hai, guru 12ve bhav (Singh Rashi) me hai, Rahu aur Mangal ke saath?