देवी कूष्माण्डा: उत्पत्ति, स्वरूप और महिमा
देवी कूष्माण्डा नवरात्रि के नौ रूपों में चौथे स्थान पर पूजी जाती हैं। उनकी उत्पत्ति और महिमा बहुत अद्भुत और विशिष्ट मानी जाती है।
देवी कूष्माण्डा नवरात्रि के नौ रूपों में चौथे स्थान पर पूजी जाती हैं। उनकी उत्पत्ति और महिमा बहुत अद्भुत और विशिष्ट मानी जाती है।
सूर्य देव चले कन्या राशि में शुक्र केतु से मिलने 🌞 सूर्य का कन्या राशि में गोचर (16 सितंबर 2024
सोमवार का दिन भारतीय संस्कृति और धर्म में एक विशेष स्थान रखता है। इस दिन का महत्व धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बड़ा होता है। भारतीय परंपरा में सोमवार का अपना एक अनूठा महत्व रहा है, जो शायद ही किसी अन्य दिन के साथ जुड़े गुणों और परंपराओं के साथ मुकाबला कर सकता है।
वैदिक ज्योतिष और प्राचीन भारतीय मान्यताओं में शनिवार का दिन अत्यंत विशेष माना जाता है। यह दिन शनि देवता को समर्पित है, जिन्हें कर्म और न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है।
भारतीय संस्कृति और ज्योतिष में गुरुवार का दिन अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन को देवगुरु बृहस्पति से संबंधित माना जाता है, जो ज्ञान, समृद्धि और सकारात्मकता के प्रतीक हैं। मान्यता है कि गुरुवार को विशेष रत्न धारण करने से जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं।
गुरुवार का दिन ज्योतिष में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन बृहस्पति ग्रह के प्रभाव में होता है, जो ज्ञान, विद्या, धर्म और संस्कारों का प्रतिनिधित्व करता है। संस्कृत में बृहस्पति को ‘गुरु’ कहा जाता है, और इसे अंग्रेजी में ज्यूपिटर के नाम से जाना जाता है।
बुधवार का दिन ज्योतिष में विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह बुध ग्रह से संबंधित है, जो बुद्धिमत्ता, व्यावसायिकता और संचार का कारक है। इस दिन विशेष पूजा-पाठ, उपवास और मंत्र जाप से बुध ग्रह की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
मंगलवार का दिन और सूर्यास्त का समय ज्योतिष के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। मंगलवार को मंगल ग्रह का दिन माना जाता है, जो ऊर्जा, शक्ति और साहस का प्रतीक है।
कमिका एकादशी का परिचय कमिका एकादशी हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है, जिसे श्रद्धालु भक्ति और
लाल मूंगा मेष और वृश्चिक लग्न या चंद्र राशि वाले लोग पहन सकते हैं। इसे चंद्रमा के नक्षत्र (यानी मृगशिरा, चित्ता और धनिष्ठा) में जन्मे लोग भी पहन सकते हैं। लाल मूंगा मार्च महीने का जन्म रत्न है और 9, 18 और 27 तारीख को जन्म लेने वाले लोग भी इसे पहन सकते हैं।