सूर्यदेव चले कन्या राशि में !

सूर्य देव चले कन्या राशि में शुक्र केतु से मिलने

🌞 सूर्य का कन्या राशि में गोचर (16 सितंबर 2024 से 17 अक्टूबर 2024 तक)

16 सितंबर 2024 को सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेगा और यह गोचर लगभग एक महीने तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान केतु और शुक्र पहले से ही कन्या राशि में स्थित होंगे। लेकिन 18 सितंबर 2024 को शुक्र कन्या से निकलकर अपनी स्वराशि तुला में प्रवेश करेगा, जिससे मालव्य राजयोग बनेगा। यह योग प्रेम, सौंदर्य, कला, और वैवाहिक जीवन के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। इस गोचर का असर सभी राशियों पर विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिलेगा जैसे: स्वास्थ्य, कार्य, संबंध, शिक्षा, और पारिवारिक जीवन।

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🐏 मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

सूर्य की स्थिति: छठे भाव में (रोग, शत्रु, ऋण)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के प्रथम और द्वितीय चरण में 0° से 13° तक रहेगा।
  • शनि की तीसरी दृष्टि मेष राशि पर पड़ेगी।
  • बृहस्पति की दृष्टि आपके लाभ भाव (एकादश भाव) पर है, जो आर्थिक लाभ के योग बना रही है।
  • 18 सितंबर को शुक्र तुला में प्रवेश करेगा, जो वैवाहिक जीवन और साझेदारी में सामंजस्य लाएगा।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: पेट और आंतों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। नियमित आहार और स्वास्थ्य जांच आवश्यक हैं।
  • कार्य: शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। कार्यक्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
  • परिवार: परिवार में थोड़े तनाव हो सकते हैं, लेकिन संवाद से समाधान निकलेगा।
  • शिक्षा: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को इस समय विशेष मेहनत करनी होगी।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, धैर्य बनाए रखें।

क्या करें: स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, और कार्यक्षेत्र में शांति बनाए रखें।
क्या न करें: जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें और विवादों से बचें।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं।
#मेष #स्वास्थ्य_सावधानी #प्रतियोगी_परीक्षा #परिवार_संवाद

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🐂 वृषभ (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

सूर्य की स्थिति: पाँचवे भाव में (संतान, रचनात्मकता, प्रेम)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के तृतीय और चतुर्थ चरण में रहेगा।
  • 18 सितंबर को शुक्र तुला राशि में प्रवेश करेगा, जिससे रचनात्मकता में वृद्धि होगी।
  • शनि की दृष्टि आपके कर्म भाव पर है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: संतान के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है। मानसिक शांति के लिए योग और ध्यान करें।
  • कार्य: रचनात्मक कार्यों में बाधाएँ आ सकती हैं, लेकिन 7 अक्टूबर 2024 के बाद स्थिति में सुधार होगा।
  • परिवार: परिवार में सामंजस्य बना रहेगा, लेकिन संतान से संबंधित चिंताएँ रह सकती हैं।
  • शिक्षा: विद्यार्थी उच्च शिक्षा और शोध में सफलता प्राप्त करेंगे।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में थोड़ा तनाव रहेगा, संवाद बनाए रखना आवश्यक है।

क्या करें: संतान के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और रचनात्मकता पर ध्यान केंद्रित करें।
क्या न करें: अनावश्यक खर्चों और भावनात्मक निर्णयों से बचें।
उपाय: शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा करें।
#वृषभ #संतान_स्वास्थ्य #उच्च_शिक्षा #परिवार_सामंजस्य

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🐬 मिथुन (का, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह)

सूर्य की स्थिति: चौथे भाव में (घर, माता, संपत्ति)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के चौथे चरण में रहेगा।
  • 18 सितंबर को शुक्र तुला राशि में प्रवेश करेगा, जो पारिवारिक जीवन को स्थिरता देगा।
  • शनि की सातवीं दृष्टि आपके चौथे भाव पर पड़ेगी, जिससे पारिवारिक जीवन में तनाव हो सकता है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: मानसिक तनाव और अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
  • कार्य: संपत्ति से जुड़े मामलों में सावधानी रखें। कुछ विवाद हो सकते हैं, लेकिन आपको लाभ मिलेगा।
  • परिवार: पारिवारिक जीवन में कुछ अस्थिरता रह सकती है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
  • शिक्षा: शिक्षा में थोड़ी परेशानी आ सकती है, लेकिन मेहनत का फल मिलेगा।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में कुछ संघर्ष हो सकता है। संवाद का सहारा लें।

क्या करें: परिवार और संपत्ति से संबंधित मामलों में सावधानी रखें।
क्या न करें: किसी भी विवाद को बड़ा न करें।
उपाय: बुधवार को गणेश जी की पूजा करें।
#मिथुन #परिवार_संघर्ष #संपत्ति_विवाद #शिक्षा_सफलता

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🦀 कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

सूर्य की स्थिति: तीसरे भाव में (साहस, पराक्रम, छोटी यात्राएँ)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के प्रथम चरण में प्रवेश करेगा।
  • शनि की आठवीं दृष्टि आपके पराक्रम भाव पर पड़ रही है।
  • बृहस्पति की दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी, जो शिक्षा और संतान से जुड़े मामलों में शुभ परिणाम देगा।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: मानसिक और शारीरिक थकान हो सकती है। छोटी यात्राओं से राहत मिलेगी।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में साहस और आत्मविश्वास बढ़ेगा। छोटी यात्राएँ सफल रहेंगी।
  • परिवार: परिवार के साथ समय बिताएँ और आपसी रिश्तों को मजबूत करें।
  • शिक्षा: विद्यार्थियों के लिए यह समय अनुकूल है। उच्च शिक्षा के लिए सफलता प्राप्त होगी।
  • प्रेम: प्रेम संबंधों में सुधार होगा।

क्या करें: छोटी यात्राओं की योजना बनाएं और परिवार के साथ समय बिताएं।
क्या न करें: अत्यधिक तनाव न लें।
उपाय: सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
#कर्क #साहस_वृद्धि #छोटी_यात्राएं #शिक्षा_सफलता

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🦁 सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

सूर्य की स्थिति: दूसरे भाव में (धन, परिवार, वाणी)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य चित्रा नक्षत्र के प्रथम चरण में प्रवेश करेगा।
  • शनि की सातवीं दृष्टि आपके धन और परिवार भाव पर है।
  • शुक्र 18 सितंबर को तुला राशि में प्रवेश करेगा, जिससे आपके तृतीय भाव को लाभ मिलेगा।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: गले और नेत्र संबंधी समस्याओं से सावधान रहें।
  • कार्य: आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, लेकिन निवेश में सतर्कता रखें।
  • परिवार: परिवार में सामंजस्य बना रहेगा, लेकिन कुछ आर्थिक मामलों को लेकर तनाव हो सकता है।
  • शिक्षा: शिक्षा में सफलता मिलेगी, विशेषकर आर्थिक और व्यापारिक अध्ययन में।
  • प्रेम: संबंधों में सुधार आएगा, और वाणी में संयम रखना लाभकारी रहेगा।

क्या करें: धन और परिवार के मामलों में सावधानी बरतें।
क्या न करें: जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें।
उपाय: रविवार को सूर्य को जल अर्पित करें।
#सिंह #आर्थिक_लाभ #परिवार_संतुलन #वाणी_संयम #शिक्षा_सफलता

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⚖️ कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

सूर्य की स्थिति: प्रथम भाव में (स्वभाव, शरीर)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के द्वितीय चरण में रहेगा।
  • शुक्र और केतु की युति पहले से कन्या राशि में है, लेकिन 18 सितंबर को शुक्र तुला राशि में प्रवेश करेगा, जिससे कन्या राशि के जातकों को मानसिक तनाव से राहत मिल सकती है।
  • शनि की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर रहेगी, जिससे संबंधों में संघर्ष हो सकता है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य उत्तम रहेगा, लेकिन मानसिक तनाव से बचें। सिरदर्द और नींद संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • कार्य: आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी, नई परियोजनाओं की शुरुआत के लिए अनुकूल समय है।
  • परिवार: पारिवारिक जीवन में संयम रखें, विशेष रूप से वैवाहिक संबंधों में धैर्य और संवाद बनाए रखना आवश्यक है।
  • शिक्षा: विद्यार्थी इस समय अधिक प्रयास करेंगे, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त हो सकती है।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में अस्थिरता हो सकती है, लेकिन 18 सितंबर के बाद स्थिति में सुधार होगा।

क्या करें: आत्मविश्वास से कार्य करें, लेकिन दूसरों की भावनाओं का ध्यान रखें।
क्या न करें: अत्यधिक अहंकार से बचें और विवादों से दूर रहें।
उपाय: बुधवार को गणेश जी की पूजा करें।
#कन्या #नेतृत्व_क्षमता #मानसिक_संतुलन #प्रेम_संयम #शिक्षा_सफलता

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💁🏻‍♀️ तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

सूर्य की स्थिति: बारहवें भाव में (विदेश यात्रा, खर्चे)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के तृतीय चरण में रहेगा।
  • शुक्र 18 सितंबर को तुला राशि में प्रवेश करेगा, जिससे तुला राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा, क्योंकि शुक्र उनकी स्वराशि में प्रवेश कर रहा है और मालव्य राजयोग का निर्माण कर रहा है।
  • शनि की दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर रहेगी, जिससे आर्थिक मामलों में सावधानी की आवश्यकता होगी।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: मानसिक शांति के लिए योग और ध्यान का सहारा लें। नींद की कमी से परेशान रह सकते हैं।
  • कार्य: विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं, लेकिन खर्चों में वृद्धि होगी।
  • परिवार: परिवार में कुछ आर्थिक विवाद हो सकते हैं, इसलिए वित्तीय मामलों में सतर्क रहें।
  • शिक्षा: उच्च शिक्षा के लिए विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं, जो सफल हो सकते हैं।
  • प्रेम: प्रेम संबंधों में थोड़ी दूरियाँ आ सकती हैं, लेकिन 18 सितंबर के बाद स्थिति में सुधार होगा, जब शुक्र तुला में आकर प्रेम संबंधों में संतुलन लाएगा।

क्या करें: खर्चों पर नियंत्रण रखें और निवेश सोच-समझकर करें।
क्या न करें: अत्यधिक चिंतन और तनाव से बचें।
उपाय: शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की पूजा करें।
#तुला #विदेश_यात्रा #खर्च_सावधानी #मालव्य_योग #प्रेम_संतुलन

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🦂 वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

सूर्य की स्थिति: ग्यारहवें भाव में (लाभ, इच्छाएँ)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य हस्त नक्षत्र के चतुर्थ चरण में रहेगा।
  • शनि की दसवीं दृष्टि आपके कर्म भाव पर पड़ेगी, जिससे कार्यक्षेत्र में संघर्ष बढ़ सकता है।
  • शुक्र और केतु की युति पहले से कन्या राशि में है, लेकिन 18 सितंबर को शुक्र के तुला में प्रवेश से कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन अपनी दिनचर्या का ध्यान रखें।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी, लेकिन संघर्षों के बाद। आर्थिक लाभ के अच्छे संकेत मिल रहे हैं।
  • परिवार: पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव हो सकता है, लेकिन आप इसे सफलतापूर्वक संभालेंगे।
  • शिक्षा: शिक्षा में प्रगति होगी, विशेषकर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी।
  • प्रेम: प्रेम संबंधों में स्थिरता रहेगी, लेकिन इच्छाओं की पूर्ति में थोड़ा विलंब हो सकता है।

क्या करें: अपने लक्ष्यों के प्रति धैर्य रखें और उन्हें प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करें।
क्या न करें: इच्छाओं की पूर्ति में अत्यधिक भावुकता से बचें।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी को नारियल चढ़ाएं।
#वृश्चिक #लाभ_संकेत #शिक्षा_सफलता #परिवार_संयम #प्रेम_स्थिरता

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🏹 धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)

सूर्य की स्थिति: दशम भाव में (कर्म, करियर)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य चित्रा नक्षत्र के प्रथम चरण में प्रवेश करेगा।
  • शनि की दृष्टि आपके चतुर्थ भाव (घर, माता, संपत्ति) पर रहेगी।
  • बृहस्पति की दृष्टि आपके पंचम भाव (शिक्षा और संतान) पर है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: मानसिक और शारीरिक रूप से आप स्वस्थ रहेंगे, लेकिन अत्यधिक कार्यभार से बचें।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी और आपको नई जिम्मेदारियाँ मिलेंगी।
  • परिवार: पारिवारिक जीवन में कुछ अस्थिरता आ सकती है, माता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
  • शिक्षा: शिक्षा में शानदार परिणाम मिलेंगे। उच्च शिक्षा और शोध के लिए यह समय उत्तम है।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में स्थिरता रहेगी, और आपका साथी आपके लिए सहयोगी रहेगा।

क्या करें: नई जिम्मेदारियों को स्वीकार करें और अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करें।
क्या न करें: अत्यधिक भावनात्मकता से बचें और परिवार के प्रति धैर्य रखें।
उपाय: गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें।
#धनु #करियर_सफलता #परिवार_संतुलन #शिक्षा_प्रगति #प्रेम_स्थिरता

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🐊 मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

सूर्य की स्थिति: नवम भाव में (भाग्य, धर्म)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य चित्रा नक्षत्र के द्वितीय चरण में रहेगा।
  • शुक्र और केतु की युति आपके नवम भाव को प्रभावित कर रही है।
  • शनि की तीसरी दृष्टि आपके लाभ भाव पर है, जिससे आपको लाभ मिलने की संभावना है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, लेकिन लंबी यात्राओं में सावधानी बरतें।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में भाग्य आपका साथ देगा। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
  • परिवार: परिवार में शांति बनी रहेगी। आप धार्मिक यात्राओं पर जा सकते हैं।
  • शिक्षा: उच्च शिक्षा के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में नयापन रहेगा, और आपके साथी से आपको सहयोग मिलेगा।

क्या करें: धार्मिक कार्यों में भाग लें और परिवार के साथ समय बिताएँ।
क्या न करें: अति-उत्साह से बचें और धैर्य बनाए रखें।
उपाय: शनिवार को शनि देव की पूजा करें।
#मकर #धार्मिक_कार्य #परिवार_शांति #उच्च_शिक्षा #प्रेम_सम्बंध

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🌊 कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

सूर्य की स्थिति: अष्टम भाव में (आयु, गूढ़ रहस्य, अचानक बदलाव)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य चित्रा नक्षत्र के तृतीय चरण में रहेगा और अष्टम भाव में गोचर करेगा, जो अचानक होने वाली घटनाओं, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और अनिश्चितताओं का संकेत है।
  • शनि कुंभ राशि में स्थित है और उसकी दृष्टियां इस प्रकार होंगी:
    • तीसरी दृष्टि आपके तृतीय भाव (मेष) पर पड़ेगी।
    • सातवीं दृष्टि आपके सप्तम भाव (सिंह) पर पड़ेगी।
    • दसवीं दृष्टि आपके दशम भाव (वृश्चिक) पर पड़ेगी।
  • बृहस्पति की दृष्टि आपके द्वितीय भाव (धन और परिवार) पर होगी, जो आर्थिक मामलों में कुछ राहत और परिवार में शांति ला सकती है।
  • शुक्र 18 सितंबर को तुला राशि में प्रवेश करेगा, जिससे भाग्य के मामलों में सुधार होगा।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: अष्टम भाव में सूर्य का गोचर अचानक स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत देता है। पुरानी बीमारियाँ उभर सकती हैं, इसलिए स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। मानसिक तनाव से भी बचने की कोशिश करें।
  • कार्य: कार्यक्षेत्र में अनिश्चितताएँ हो सकती हैं। योजनाओं में अचानक बदलाव और रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। शनि की दसवीं दृष्टि कार्यक्षेत्र में चुनौतियाँ और जिम्मेदारियों को बढ़ाएगी।
  • परिवार: शनि की सातवीं दृष्टि आपके वैवाहिक और साझेदारी के मामलों में तनाव ला सकती है। जीवनसाथी के साथ संवाद बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा।
  • शिक्षा: विद्यार्थियों को अध्ययन में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है, विशेषकर वे जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
  • प्रेम: प्रेम जीवन में अस्थिरता हो सकती है, खासकर दीर्घकालिक संबंधों में। संबंधों में धैर्य और संवाद से समाधान हो सकता है।

क्या करें: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, और अचानक होने वाली वित्तीय और पारिवारिक समस्याओं से निपटने के लिए धैर्य बनाए रखें।
क्या न करें: वैवाहिक और साझेदारी संबंधी विवादों से बचें और किसी भी बड़े निर्णय को जल्दी में न लें।
उपाय: शनिवार को शनि देव की पूजा करें और काले तिल का दान करें।
#कुंभ #स्वास्थ्य_सावधानी #विवाह_संतुलन #अचानक_घटनाएं #धनलाभ


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🐋 मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

सूर्य की स्थिति: सप्तम भाव में (विवाह, साझेदारी)
ग्रह स्थिति:

  • सूर्य चित्रा नक्षत्र के अंतिम चरण में रहेगा।
  • शुक्र 18 सितंबर को तुला राशि में प्रवेश करेगा, जो आपके अष्टम भाव (गूढ़ रहस्य और आकस्मिक घटनाएँ) को प्रभावित करेगा।
  • केतु की उपस्थिति सप्तम भाव में वैवाहिक और साझेदारी संबंधी मामलों में अस्थिरता ला सकती है।
  • शनि की तीसरी दृष्टि आपके छठे भाव (रोग, ऋण, शत्रु) पर रहेगी, जिससे आपके शत्रुओं और विवादों पर दबाव बढ़ सकता है।

परिणाम:

  • स्वास्थ्य: जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। मानसिक तनाव भी हो सकता है, जिससे वैवाहिक संबंध प्रभावित हो सकते हैं।
  • कार्य: साझेदारियों में किसी भी नए सौदे या व्यापारिक निर्णय में सतर्कता बरतें। कोई भी नया व्यापारिक निर्णय लेने से पहले पूरी योजना बनाएं।
  • परिवार: पारिवारिक जीवन में संयम की आवश्यकता है, खासकर जीवनसाथी के साथ संवाद बनाए रखें। वैवाहिक संबंधों में अस्थिरता आ सकती है।
  • शिक्षा: विद्यार्थियों को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। इस समय पढ़ाई में मन कम लग सकता है, इसलिए अतिरिक्त प्रयास आवश्यक होगा।
  • प्रेम: प्रेम संबंधों में चुनौतियाँ होंगी, लेकिन धैर्य और संयम से समस्या का समाधान किया जा सकता है।

क्या करें: जीवनसाथी और साझेदारों के साथ संवाद का सहारा लें और धैर्य बनाए रखें।
क्या न करें: बिना सोचे-समझे किसी भी बड़े निर्णय से बचें, विशेष रूप से रिश्तों में।
उपाय: गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करें और पीले वस्त्र धारण करें।
#मीन #विवाह_संतुलन #साझेदारी_सावधानी #धैर्य #शिक्षा_सफलता

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🔮 विशेष रूप से ध्यान देने योग्य ग्रह गोचर:

  1. शुक्र का गोचर (18 सितंबर):
    18 सितंबर 2024 को शुक्र तुला राशि में प्रवेश करेगा, जो कई राशियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। तुला, सिंह, और मीन राशियों के लिए यह गोचर विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा, क्योंकि शुक्र की यह स्थिति प्रेम, संबंध, और सौंदर्य से संबंधित क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम देगी।
  2. शनि की दृष्टि:
    शनि की दृष्टि कई राशियों के संबंध, स्वास्थ्य, और करियर पर प्रभाव डालेगी। मकर, कुंभ, और मीन राशियों के जातकों को इस समय धैर्य से काम लेने की आवश्यकता है, क्योंकि शनि की दृष्टि के कारण इन क्षेत्रों में चुनौतियाँ आ सकती हैं।
  3. बृहस्पति की दृष्टि:
    बृहस्पति की शुभ दृष्टि मेष, सिंह, और धनु राशियों के पंचम और नवम भाव पर रहेगी, जिससे शिक्षा, संतान, और धार्मिक मामलों में उन्नति के संकेत मिलेंगे।

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सूर्य के कन्या राशि में गोचर का सारांश:

सूर्य का कन्या राशि में गोचर सभी राशियों के लिए विभिन्न प्रकार के प्रभाव उत्पन्न करेगा। इस दौरान आत्मसंयम, धैर्य, और सही निर्णय लेने की आवश्यकता है। जो भी चुनौतियाँ आएँगी, उन्हें धैर्य और योजना से पार किया जा सकता है। इसके साथ ही, शुक्र और बृहस्पति का प्रभाव भी इस समय को आपके पक्ष में मोड़ सकता है।

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